चन्द्रशेखर लाल शेखरक पाँचटा मैथिली कविता (भाग २)

    १. खाली झोरी हर द्वार नेने खाली झोरी हम टहल लगेलौँ संसारक जा तेहन दर्द ने ओझरेलौँ अन्दाज रहल ने…

    अशोक अमनक पाँचटा मैथिली कविता

     पहिल मैथिली कविता● नेहोरा हे! हमर समाज हम दूर भऽ जाए चाहै छी तोहर छत्रछायासँ तोहर बहुरुपी परिधिसँ कतहुँ आन…

    तुर्की कवि नाजीम हिकमतके 3 मैथिलीमे कविता

    आई तुर्की कवि नाजीम हिकमतके स्मृति दिवस अछि ।नाजीम हिकमत, तुर्कीमे जन्मल एहन क्रान्तिकारी कविके नाम अछि, जकर कवितामे क्रान्तिकारी…

    नदी देवी कमला (कविता) : डा. महेन्द्र नारायण राम

    मानव जीवनक आदिम चरणमे भूमिके लsकs बरोबरि संघर्षक स्थिति बनल रहैत छल जतs ततs कखनो कोनो परिस्थितिमे झगड़ा बजरि जाइत…

    मैथिली कविता ‘प्रेम’ : अयोध्यानाथ चौधरी

    प्रेम छै रवि-रश्मिक पहिल उपहार पाँज भरि समेटि ली मीत।। प्रेम छै सिहकैत सुरभित समीर पोर-पोरमे भरि ली मीत।। प्रेम…

    जे बुझि नहि सकलहुँ (कविता) : मुख्तार आलम

    जे बुझि नहि सकलहुँ (कविता) मुख्तार आलम ________________ प्रकृतिक रहस्यसँ तटस्थ अज्ञानतासँ भरल हम जीब रहल छी जिनगी कोनो एकटा…

    “ई कोन जुग एलै गै माइ” स्वामी शैलेन्द्र एकटा मैथिली कविता

    आङ्गनसँ उसरैत इजोत सङ्ग उदास बेहाल बिलखैत लोक बेवश लाचार ठाढ़ जिनगी बन्द खिड़की केबाड़सँ ताकैत लोक

    मैथिली कविता ‘गंगे’ : डा. शेफालिका वर्मा

    हे गंगे.. केओ अपना लेल बान्हि सकल अहाँकेँ ? की अहाँ कोनो एके गोटे लेल बहि रहल छी ? अहाँ…

    मैथिली कविता / Mathili Kavita